गेहूं में लगने वाले खरपतवार से संबंधितदी जानकारी/जिला कृषि रक्षा अधिकारी

समाचार बस्ती  वर्तमान समय में कोहरा नमी आदि के कारण तथा खरपतवारों से गेहूं व अन्य फसलों की  क्षति को निम्न उपायों को अपनाकर रोकथाम की जा सकती है ॥ उक्त जानकारी देते हुए जिला कृषि रक्षा अधिकारी रतन शंकर ओझा ने बताया है कि गेहूं की फसल में होने वाली सकरी पत्ती व चौड़ी पत्ती दोनो प्रकार के खर पतवारों के एक साथ नियंत्रण हेतु पेण्डी गेथिलीन 30 प्रति० ई०सी० की 3.30 ली०/ हेक्टेयर बुआई के तीन दिन के अन्दर या सल्फो सल्फयूरान 75 प्रतिशत डब्लू०जी० की 33 ग्राम (2.5 यूनिट) मात्रा प्रति हेक्टेयर बुआई के 25 दिन बाद या मेट्रि ब्यूजिन 70 प्रति० डब्लू०पी० की 250 ग्राम मात्रा प्रति हेक्टेयर अथवा सल्फो सल्फ्यूरान 75ः$मेटसल्फ्यूरान मिथाईल 20 प्रतिशत डब्ल्यू.पी. की 20 ग्राम मात्रा बुआई के 25 दिन बाद 500 लीटर पानी में मिलाकर प्रति हेक्टेयर में छिडकाव करें ॥
उन्होने बताया कि यदि फसल में काली, भूरी या पीली गेरूई के लक्षण दिखाई दे तो कार्बेन्डाजिम 50 प्रतिशत डब्लू०पी० की 01 कि० ग्रा० मात्रा या डाईथेन एम 45 की 02 कि०ग्रा० मात्रा प्रति हेक्टेयर में 600 लीटर पानी में मिलाकर सुरक्षात्मक छिड़काव करें। पीली गेरूई हेतु विशेष रूप से प्रोपीकोनाजोल 25 प्रति० ई0 सी0 की 500 मि०ली० मात्रा 600 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करे ॥
उन्होने बताया कि सरसों व तिलहनी फसलों में इस समय यदि कहीं माहूं कीटों का प्रकोप दिखे तो डाईमेथोएट 30 प्रति० ई0सी0 की 01 लीटर मात्रा 600 लीटर पानी में मिलाकर प्रति हेक्टेयर में छिड़काव करें ॥ अल्टरनेरिया ब्लाईट रोग हेतु मैंकोजेब 75 प्रति० डब्लू० पी० की 02 कि०ग्रा० मात्रा प्रति हेक्टेयर में 600 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें ॥
उन्होने बताया कि अरहर, चना, मटर आदि फसलों को फलीछेदक कीट से बचाव हेतु डाईमेथोएट 30 प्रति० ई०सी० 1 लीटर मात्रा या क्यूनालफॉस 25 प्रति0 ई0सी0 की 1.25 लीटर मात्रा 600 लीटर पानी में मिलाकर प्रति हेक्टेयर छिडकाव करे। आलू की फसल को झुलसा रोग से बचाव हेतु मैंकोजेब 75 प्रति० डब्लू०पी० की 02 कि०ग्रा० मात्रा या कापर आक्सीक्लोराईड की 2.5 कि0ग्रा0 मात्रा प्रति हेक्टेयर 600 लीटर पानी में मिलाकर सुरक्षात्मक छिड़काव करें ॥