समाचार बस्ती 100 दिवसीय टीबी सघन अभियान का शुभारम्भ मुख्य अतिथि जिला पंचायत अध्यक्ष संजय चौधरी ने विकास भवन परिसर से वाहन को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। यह अभियान 7 दिसम्बर 2024 से 18 मार्च 2025 तक चलाया जायेंगा। इस अवसर पर जिलाधिकारी रवीश गुप्ता, जिलाध्यक्ष विवेकानन्द मिश्र, विधायक सदर महेन्द्र नाथ यादव, सांसद प्रतिनिधि गुलाब चन्द्र सोनकर, भानुप्रसाद मिश्रा, सीएमओ डा. आर.एस. दुबे, पीडी राजेश कुमार, डीडीओ अजय कुमार सिंह सहित जनप्रतिनिधिगण उपस्थित रहें। इस अवसर पर विकास भवन सभागार में जनप्रतिनधि व अधिकारियों द्वारा निःक्षय मित्रों, टीबी चैम्पियन को सम्मानित किया गया तथा लाभार्थियों को पोषण पोटली का वितरण किया गया।
जिला पंचायत अध्यक्ष संजय चौधरी ने जिलाधिकारी का प्रशंसा करते हुए बताया कि इनकी एक खासियत है कि इनसे कोई भी व्यक्ति कभी भी मिल सकता है। उन्होने यह भी कहा कि जिलाधिकारी स्वयं टीबी अस्पताल में जाकर देखे और वहॉ की जो समस्या हो उसका समाधान करायें। जिलाध्यक्ष ने कहा कि दुनिया के लिए पैमाना बन रहा है कि हमारे देश के वैज्ञानिक तकनीक विकसित कर रहे हैं। कोरोना काल में दवा बनाने का भी काम किया है। टीबी अब गम्भीर बीमारी नही रह गयी है, जो कोई मरीज किसी वजह से अस्पताल नही पहुॅच पा रहा है, उस मरीज को चिन्हित कर अस्पताल पहुॅचाया जाय और इसके लिए इलाज में अहम भूमिका निभायें।
विधायक सदर ने कहा कि सरकार के इस कार्यक्रम में आप सभी लोग सहयोग करें। पहले जब किसी व्यक्ति को टीबी हो जाता था तो गॉव के लोक उसका बहिष्कार कर देते थें। सरकार की पहल की वजह से टीबी लाइलाज बीमारी नही रह गयी है। टीबी के मरीज को दवा का कोर्स पूर्णरूप से करना होगा।
जिलाधिकारी ने कहा कि पूर्व में टीबी लाइलाज बीमारी माना जाता था। 19वीं सदी में कहानी/फिल्म के माध्यम से भी आपलोगों ने देखा होगा, लेकिन अब टीबी के इलाज में काफी सुधार हुआ है। कई ग्राम पंचायत ने यह मानक पूर्ण कर। टीबी अब कामन बीमारी हो चुकी है। उन्होने कहा कि टीबी के मरीज यह विशेष ध्यान रखें कि इलाज का पूरा कोर्स पूर्णरूप से करें क्योकि आधी-अधूरी दवा का सेवन करके बैक्टीरिया को मजबूत कर छोड़ देते है तो यह बीमारी गम्भीर हो जाती है। मरीज को अस्पताल में जाकर समस्त आवश्यक जॉच कराकर उपचार कराना चाहिए। उन्होने यह भी कहा कि जन-जन का रखें ध्यान, टीबी मुक्त भारत अभियान।
जिला क्षय रोग अधिकारी डा. ए.के. गुप्ता ने विस्तार से टीबी रोग के बारे में बताया। इस 100 दिन अभियान के दौरान गॉव-गॉव टारगेट कर फोकस किया जायेंगा, शिविर लगाया जायेंगा। उन्होने बताया कि टीबी के मरीज स्वास्थ्य शिविर में आकर एक्स-रे व ब्लगम की जॉच करायें। उन्होने बताया कि इलाज के दौरान टीबी मरीज को मिलने वाली धनराशि को 500 रूपये से बढाकर 1000 रूपया कर दिया गया है ॥